कान फोड़ू आवाज़ से जनता हलकान

 

प्रशासन से पहल की अपेक्षा

रविश अहमद 

सहारनपुर। गली मोहल्लों में फड़ी विक्रेताओं द्वारा साउंड सिस्टम का उपयोग जनता के जी का जंजाल बना हुआ है खासतौर पर दिल तथा डिप्रेशन के मरीजों को इससे भारी परेशानी होती है एवं हानि की संभावना बनी रहती है।



गौरतलब है कि लॉकडाउन की उपज सस्ते पोर्टेबल साउंड सिस्टम जिसमें आवाज़ रिकॉर्ड कर उसे लगातार बजाया जा सकता है साग सब्ज़ी, आइसक्रीम, कबाड़ी, सिम पोर्ट करने वालों और फड़ी लगाकर सामान बेचने वालों के लिए सस्ता होने के चलते आसान गेजेट बना हुआ है जबकि आम आदमी के लिए यह जी का जंजाल बन चुका है। बीमार लोगों को इस लगातार आने वाली तेज़ आवाज़ से घातक नुकसान होने का डर बना रहता है।

बताते चलें कि इस विषय में पूर्व में कई बार समाचार लिखा जा चुका है किन्तु प्रशासनिक स्तर पर किसी भी विभाग द्वारा जनता को राहत दिलाने की कोई पहल अभी तक ज्ञात नहीं हुई है। यह एक ऐसी समस्या बन चुकी है कि क्या सड़क और क्या गली यहां तक कि कई बार तो एक ही स्थान पर कई कई विक्रेता इकट्ठा हो जाने के चलते भयंकर ध्वनि प्रदूषण होता है। जनहित में इस समस्या के भयंकर परिणाम आने से पहले इन ध्वनि बमों पर लगाम लगाया जाना जनहित में नितांत आवश्यक है।