-मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई कार्यकारिणी की बैठक
सहारनपुर। नगर निगम कार्यकारिणी ने पशु मण्डी का 81 लाख रूपये का ठेका निरस्त करते हुए तीन दिन के भीतर खुली नीलामी से ठेका देने का निर्णय लिया। कार्यकारिणी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि यह सम्भावना भी तलाशी जाये कि नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए स्लाटर हाऊस किन शर्तों के साथ आगे चलाया जाये।
गत् 22 जून को चर्चा पूरी न होने पर स्थगित की गई नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक आज पुनः मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता मंे अपने निर्धारित समय 3 बजे शुरू हुई। बैठक मंे पशु मण्डी, स्लाटर हाऊस, वेण्डिंग जोन और कर्मचारियों की पदोन्नति आदि की पत्रावलियों का मेयर संजीव वालिया एवं कार्यकारिणी सदस्यों ने अवलोकन करते हुए अधिकारियों के समक्ष अनेक प्रश्न उठाये, जिनका नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह, अपर नगरायुक्त राजेश यादव, मुख्य अभियन्ता निर्माण कैलाश सिंह, सदन प्रभारी दिनेश यादव, मुख्य लेखा परीक्षक अजय कुमार, लेखाधिकारी राजीव कुशवाह, निगम के पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. संदीप मिश्रा, कर अधीक्षक विनय शर्मा, सहायक अभियन्ता दानिश नकवी आदि ने जवाब दिये।
मेयर संजीव वालिया ने कर्मचारियों की पदोन्नति किस आधार पर की गई है उसकी आधार सूची सदन प्रभारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। वेण्डिंग जोन निर्धारित करना किसका अधिकार है इस सम्बन्ध में आशुतोष सहगल ने प्रश्न उठाते हुए शासन से आए एक पत्र का उल्लेख किया जिस पर सदन प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि वेण्डिंग जोन निर्धारित करने का अधिकार टाऊन वेण्डिंग कमेटी को है। मेयर वालिया, आशुतोष सहगल, मुकेश गक्खड़ का कहना था कि नगर निगम बोर्ड वेण्डिंग जोन के प्रस्ताव रद्द कर चुका है और नगर निगम बोर्ड की बिना अनुमति के नगर निगम की भूमि पर वेण्डिंग जोन बनाये गये है।
नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह व सदन प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि जो भी वेण्डिंग जोन बने है वह न तो नगर निगम की भूमि पर है और न ही उसमें नगर निगम से कोई धन व्यय हुआ है। इनके सौन्दर्यकरण पर डूडा का धन व्यय हुआ है। यादव ने बताया कि जनमंच परिसर और नदी किनारे बने फूल वालों के खोखों और स्टाल को व्यस्थित कर इनका सौन्दर्यकरण किया गया है। अभिषेक अरोड़ा टिंकू, शहजाद चैधरी, शहजाद मलिक व पार्षद अनिल पप्पू ने अधिकारियों की राय से सहमति जताते हुए कहा कि उक्त स्थानों पर वेण्डर काफी समय से बैठे है। जबकि शेष सभी पार्षद इससे सहमत नहीं थे। पार्षदों की अलग-अलग राय पर सदन प्रभारी ने कहा कि इस पर विधिक राय ली जा सकती है।
स्लाटर हाऊस से नगर निगम की आय कैसे बढ़ायी जाये इस पर भी कार्यकारिणी में गम्भीरता से मंथन हुआ। मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने निगम के पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. सदीप मिश्रा को निर्देश दिया कि वह एक सप्ताह के भीतर इस सम्भावना के साथ एक नीति बनाकर प्रस्तुत करें। पार्षद मुकेश गक्खड़ ने जुबली पार्क में पेड़ काटने का मुद्दा उठाया जिस पर सहायक अभियन्ता दानिश नकवी ने बताया कि वहां 111 पेड़ थे, जिनमें से 61 पेड़ वहां अभी भी खड़े है और काटे गये पेड़ अनुपयोगी और झाड़-झंखाड़ थे।
पार्षद अभिषेक अरोड़ा टिंकू ने जी.एम. पोर्टल से सफाई कर्मचारियों की भर्ती 5 दिन के भीतर कराने की मांग की। पार्षद अनिल पप्पू ने अपने क्षेत्र के शमशानों में शेड बनवाने, पार्षद पिंकी गुप्ता ने नुमाईश कैम्प रोड़ पर और अधिक हरित पट्टियां बनवाने, विजय कालड़ा ने नुमाईश कैम्प के दोनों एतिहासिक द्वारो का सौन्दर्यकरण कराने की मांग की। पार्षद मीनाक्षी, भूरा सिंह प्रजापति, कंचन धवन, मनोज जैन आदि ने भी सुझाव दिये।