रविश अहमद की लेखनी से.....
सहारनपुर। कभी भी आ सकते हैं कप्तान साहब.... यह जुमला सिर्फ जनपद के थानों में ही नहीं बल्कि चौकियों के अलावा सड़क पर ड्यूटी कर रहे पुलिस के जवानों में आम हो चुका है जिसके चलते सहारनपुर में पुलिसिंग का धरातल पर सकारात्मक प्रभाव जनता के बीच पड़ने के साथ साथ कानून व्यवस्था भी चुस्त दुरुस्त बनी हुई है।
सहारनपुर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. एस. चनप्पा ने अपनी तैनाती के साथ ही विभाग को चुस्त दुरुस्त बनाने पर ज़्यादा महत्व दिया जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस पहले के मुकाबले अधिक सक्रिय नज़र आती है और अपराधियों में सहारनपुर पुलिस का खौफ हर समय बना रहता है तो जनता में सुरक्षा का अहसास एवं पुलिस के प्रति विश्वास में इजाफा हुआ है।
यूं तो हर अधिकारी की अपनी अपनी प्रबंधन क्षमता एवं कार्यशैली होती है लेकिन प्रबंधन में पहले अपनी टीम को मजबूत और सजग करने के आईपीएस डॉ. एस. चनप्पा के प्रयास सराहनीय हैं।
बतौर एसएसपी डॉ. एस. चनप्पा ने सहारनपुर में पुलिस थानों और टीमों का निरीक्षण कभी भी अचानक और लगातार करना शुरू कर दिया शुरू में थानेदार और चौकी इंचार्ज इसे शुरुआत में अक्सर होने वाले निरीक्षण मानकर चल रहे थे लेकिन यह वर्ष में एकाध बार होने वाला निरीक्षण कभी भी होने लगा कभी एक माह में तो कभी माह में दो बार। अब जब खुद पुलिस कप्तान कभी भी थाना चौकी पहुंचने के साथ ही कभी भी अचानक पहुंचकर अर्दली रूम लेते हैं जिसका सीधा अर्थ यह समझिए कि थाने पर तैनात प्रत्येक व्यक्ति के कार्यों की समीक्षा करना और निर्देशित करना।
अब आसान लफ़्ज़ों में ये समझिए कि थाना इंचार्ज का जो काम होता है उसे पुलिस कप्तान अपने आप कर रहे हैं। ज़ाहिर है इतनी बारीकी से खुद कप्तान नज़र बनाए रखेंगे तो सभी का दुरुस्त रहना लाज़मी है।
इतना ही नहीं बल्कि आईपीएस डॉ. एस. चनप्पा हर छोटी बड़ी समस्या पर खुद नेतृत्व की न केवल कुशल क्षमता रखते हैं बल्कि इसकी मिसाल खुद जनता अक्सर मामलों में देखा करती है अभी हाल ही में रेलवे कॉरिडोर के काम के चलते कोर्ट रोड पुल को यातायात के लिए दो माह हेतु बंद किया गया है जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या पहले से कहीं ज़्यादा बढ़ना लाज़मी था लेकिन कप्तान साहब जब खुद ही सड़क पर आकर ट्रैफिक व्यवस्था को बनवाने लगें तब भला कैसे राहत न मिलती। ऐसा ही हुआ है ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए जहां कप्तान साहब ने रणनीति बनाकर अधीनस्थों को दिशा निर्देश जारी किए वहीं वह खुद प्रतिसार निरीक्षक को लेकर सड़क पर व्यवस्था को संभालने में जुट गए जिससे ट्रैफिक कर्मचारियों को हिम्मत हौंसला मिला और जनता को भी राहत महसूस हुई कि जनपद एक ईमानदार कर्मठ एवं सजग अधिकारी के हाथों में है जो हर समस्या पर संकट मोचक बनकर राहत पहुंचने का कार्य करते हैं।