संघर्ष बायो को दिया गया छह तालाबों का पायलट प्रोजेक्ट
सहारनपुर। नगर निगम सीमा क्षेत्र के सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा। इसके तहत तालाबों का सौंदर्यकरण किये जाने के साथ साथ उनके किनारों पर हर्बल पार्क भी विकसित किये जायेंगे। प्रथम चरण में पायलेट प्रोजेक्ट के रुप में छह तालाबों को लिया गया है।
नगरायुक्त कार्यालय में शनिवार को निगम क्षेत्र में आने वाले सभी तालाबों के विकास को लेकरएक बैठक हुयी। बैठक में नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिह के अलावा अधिशासी अभियंता निर्माण, महाप्रबंधक जलकल मनोज आर्य, अधिशासी अभियंता जलकल सुशील सिंघल, संपत्ति अधिकारी विनय शर्मा, नायाब तहसीलदार जनेश्वर के अलावा निगम के पर्यावरण प्लानर डाॅ.उमर सैफ व संघर्ष बायो एनर्जी प्रोड्यूसर कंपनी लि. के प्रबंध निदेशक संजय सैनी के अलावा निर्माण व जलकल से संबद्ध सभी जेई आदि शामिल रहे।
नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में सभी 142 पार्को का जीर्णोद्धार करने के अलावा इन पार्को से नगर निगम की आय कैसे अर्जित हो इस पर बैठक में चर्चा हुयी। उन्होंने बताया कि जो तालाब मिट्टी भर जाने से समतल हो गए हैं या जिनका तालाब का स्वरुप बिगड़ गया है। उनकी आई टी सी मिशन सुनहरा कल की सहायता से पुनः खुदाई करायी जा रही है जबकि कुछ तालाबों की एसडीए द्वारा पहले ही खुदाई करायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिन तालाबों में पानी भरा है उनमें से अधिकांश तालाब मछली पालन के लिए कुछ लोगों को आवंटित हैं। नगरायुक्त ने बताया कि सभी तालाबों का सौन्दर्यकरण करने के अलावा उनसे आय अर्जित करने के लिए तालाबों के किनारे हर्बल पार्क विकसित किये जायेंगे।
प्रथम चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रुप में छह तालाब संघर्ष बायो एनर्जी प्रोड्यूसर कंपनी लि. को दिये गए है। इन तालाबों में गांव मढ़ व चकहरेटी के दो-दो, तथा दरा मिलकाना व सड़क दूधली का एक-एक तालाब शामिल है। कंपनी के प्रंबंध निदेशक संजय सैनी ने बताया कि उनकी कंपनी छह तालाबों को माॅडल के रुप में विकसित कर निगम को देगी। इसमें जो भी पौधे लगाये जायेंगे वे निगम उपलब्ध करायेगा। उनकी कंपनी प्रबंधन और देखरेख का कार्य करेगी।