लॉक डाउन में गरीबों के लिए मददगार बने है आसिफ हवारी

खिदमत का इससे बेहतर मौका नहीं हो सकता: आसिफ हवारी
सहारनपुर। हर इंसान पर इंसानियत निभाने का फ़र्ज़ सबसे पहला है यही हमे मज़हब भी सिखाता है और ये वक्त पूरी दुनिया में आजमाइशों का है इस वक्त हमे सिर्फ और सिर्फ खिदमत ए खल्क करनी है।



यह बात वरिष्ठ युवा सपा नेता एवं समाजसेवी आसिफ अली हवारी ने कलयुग समाज पत्रिका से बातचीत के दौरान कही। गौरतलब है कि पिछले 25 मार्च से आसिफ अली हवारी खुद के स्तर से गरीब और जरूरतमंद लोगों की लगातार मदद कर रहे हैं। वह राशन किट बनाकर जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं तो कम्युनिटी किचन भी लगातार चल रहा है। जिससे करीब 550 लोगों का दोनों वक्त का खाना मुहैया कराया जा रहा है।


जरूरतमंद गरीब लोगों की मदद फ़र्ज़


आसिफ अली हवारी अपने निजी स्तर से की जा रही मदद को गरीब और जरूरतमंद लोगों का खुद पर कर्ज बताते हैं उनका कहना है कि अगर खुदा ने आपको किसी काबिल बनाया है तो आप पर जरूरतमंद लोगों के लिए खिदमत आप पर फ़र्ज़ हो जाती है और ये वक्त पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा संकट का समय है इसमें परेशानी तो हर इंसान को है लेकिन जो रोज़मर्रा की रोटी कमाकर अपने परिवार का पेट पालने वाले लोग हैं उनके लिए ये दोगुनी परेशानी का सबब है। आसिफ ने कहा कि बेशक परेशानी और बीमारी से निजात तो अल्लाह ही दिलाएगा लेकिन हम लोग जिस तरह भी जितनी भी मदद एक दूसरे की कर सकते हैं करनी चाहिए।



जारी रहेगी मदद


यह पूछने पर कि कब तक करेंगे मदद इस पर आसिफ हवारी कहते हैं कि कोशिश तो हर हाल में यही है कि लॉक डाउन चलने तक मदद जारी रहनी चाहिए और खुदा ने चाहा तो जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस काम में अपनी मेहनत और कीमती वक्त देने में उनके साथ रियासत अली, साजिद हवारी, मोहम्मद उमर, बिलाल अफजल, सदाकत अली, जमील अहमद और ज़हीर अहमद दिन रात मेहनत कर खिदमत को अंजाम दे रहे हैं।
शहर भर में आसिफ अली हवारी द्वारा की जा रही इस खिदमत के लिए सराहना हो रही है।