हरिद्वार। कार्तिकेय राणा की गिरफ्तारी गलत है किसी मजलूम के लिए आवाज़ उठाना किसी कानून का उल्लघंन नहीं होता है।
समाजवादी लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने कार्तिकेय राणा की गिरफ्तारी को गलत ठहराया है उन्होंने कहा कि सपा नेता कार्तिकेय राणा के घर के सामने कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं तोड़ा गया था। पुलिस किसी से दुर्व्यवहार कर रही थी यह अपनी बालकनी में खड़े थे जिस से ऊपर से उन्होंने दुर्व्यवहार कर रही पुलिस को कहा था कि क्यों आप इस से तरह बदतमीजी कर रहे हो मत करिए, जिसपर पुलिस ने कार्तिकेय राणा को बुरा भला कहना शुरू कर दिया तब वह नीचे गए थे। अगर किसी भी जनप्रतिनिधि अथवा सामाजिक ज़िम्मेदार व्यक्ति के घर के सामने पुलिस किसी से दुर्व्यवहार करेगी तो स्वाभाविक रूप से वह नीचे उतर कर जाएगा। जब इनसे ही कहा- सुनी पुलिस करने लगी तब अड़ोस-पड़ोस के लोग आ गए थे जिसपर कहासुनी के बाद ज़िम्मेदार लोगों के समक्ष फैसला भी हो गया था। इसके बाद कार्तिकेय राणा अपने घर चले ऊपर चले गए थे और पुलिस भी चली गई थी। लेकिन कुछ भाजपाइयों के कहने से बदले की भावना से कार्रवाई की गई है।
लोहिया वाहिनी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र शेखर यादव ने कहा कि हम एसएसपी व डीआईजी साहब को स्पष्ट तौर से कह देना चाहते हैं, पुलिस की वर्किंग का भी मनन करें यह सच्चाई है इस आपदा के समय पुलिस बहुत व्यस्त है लेकिन व्यस्तता के साथ-साथ होश नहीं खोना चाहिए। इस समय में सरकार को खुश करने के लिए अति उत्साह में अधिकारी लोग समाजवादी पार्टी के लोगों को निशाना बना रहे हैं । समाजवादी लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की कि इस प्रकरण की जांच किसी सीओ स्तर के अधिकारी से कराई जाए और जो गलत मनगढ़ंत धाराएं लगाई गई है उन्हें हटाया जाए और मुकदमा वापस किया जाए।